लड़के भी रोते हैं // Boys also cry // Amardeep Sahu Deep
🎓..... लड़के भी रोते हैं .....🎓 घर में बच्चे लेकिन बाहर मशहूर होते हैं . अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते हैं , लड़के भी घर से बाहर मम्मी के बगैर होते हैं . यदि लड़की घर की लक्ष्मी तो लड़के भी कुबेर होते हैं , बस यादें ही जा पाती हैं अपने गांव की जमीनों तक. लड़के भी कहाँ जा पाते हैं कई साल,महीनों तक, अपनों की सपनों के खातिर ये भी मजबूर होते हैं. अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते हैं। हमेशा सोचते है घर के बारे में पर खड़े कहीं और होते हैं सिर्फ लडकियां ही नहीं लड़के भी दिल के बडे़ कमजोर होते हैं विश्व जीतने का एक सिंकदर इनमें भी होता है. बस रोते नहीं पर एक समंदर इनमें भी होता है, यदि लड़की पापा की परी तो लड़के भी कोहिनूर होते हैं, अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते हैं। माना की लड़कियों को घर छोड़ जाने का एक डर होता है लेकिन इनका एक घर के बाद दूसरा घर होता है, माना लड़कों को कोई डर नहीं होता. ये नौकरी तो कई शहरों में करते हैं पर इनका कोई घर नहीं होता, चंद पैसों के खातिर इनके भी सपने चूर होते हैं , अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते ...