पत्र में शब्दों की खुशी
जैसे बचाने की कोशिशें की जाती हैं
किसी लुप्तप्राय जन्तु या पौधे को
जैसे हम लोग सहेजकर रखते हैं कॉलेज के फेयरवेल वाली वो ड्रेस जिसमें उन तमाम दोस्तों की कभी न दूर होने वाली गवाही दर्ज होती है
जैसे नवकल्प किया जाता है किसी टूटती हुई यादगार इमारत का
जैसे संरक्षित कर ली जाती हैं
पुरानी किताबें
चलो ऐसे ही हम बचा लें
कागज पर उकेरी भावनाओं के भीगे शब्द चित्रों को...
खत लिखने की परंपरा को
चलो हम बचा लेते हैं....

मेरा RPSF Commando (रेल सुरक्षा विशेष बल) का जब लेटर आया तब उसकी खुशी, खुशी नहीं थी एक एहसास था, एक मेहनत का फल था।
अगर आप करते हैं हमसे एक प्यार भरे पत्र की उम्मीद तो अपना पता हमें लिख भेजें।।
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